Gita Press
Bhagvatratna Prahlad-53
Bhagvatratna Prahlad-53
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भागवतरत्न प्रह्लाद (कोड-53) — यह ग्रंथ गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित किया गया है और इसके लेखक हैं पं. श्री द्वारका प्रसाद शर्मा और पं. श्री इन्द्र नारायण द्विवेदी। इसमें भक्त प्रह्लाद के जीवन और उनके अद्वितीय भक्ति भाव का विस्तृत वर्णन किया गया है।
ग्रंथ में भक्त प्रह्लाद की भगवान विष्णु के प्रति अडिग श्रद्धा, उनके पिता हिरण्यकश्यप द्वारा किए गए अत्याचारों के बावजूद उनकी भक्ति में कोई कमी न आना, और अंततः भगवान के द्वारा उनकी रक्षा की कथा प्रस्तुत की गई है। यह ग्रंथ पाठकों को भक्ति, साहस और ईश्वर के प्रति अडिग विश्वास की प्रेरणा देता है।
यह ग्रंथ विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए उपयोगी है जो भक्ति के मार्ग पर चलकर जीवन को सार्थक बनाना चाहते हैं और भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा को और गहरा करना चाहते हैं।
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