Gita Press
Jeevan ka Satya - 416
Jeevan ka Satya - 416
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"जीवन का सत्य" (पुस्तक कोड 416) स्वामी रामसुखदास जी महाराज द्वारा रचित एक गहन और प्रेरणादायक आध्यात्मिक ग्रंथ है, जिसे गीता प्रेस, गोरखपुर ने प्रकाशित किया है। इस पुस्तक में स्वामी जी ने जीवन के मूल उद्देश्य, आत्मा की शुद्धता, परमात्मा से संबंध, तथा संसार की अस्थायित्वता जैसे विषयों पर अत्यंत सरल भाषा में प्रकाश डाला है। वे बताते हैं कि सच्चा सुख संसार में नहीं, बल्कि आत्मा और परमात्मा के ज्ञान व भक्ति में निहित है। स्वामी जी का उद्देश्य था कि साधारण व्यक्ति भी आध्यात्मिक ज्ञान को समझ सके और अपने जीवन को सार्थक बना सके। "जीवन का सत्य" न केवल एक धार्मिक पुस्तक है, बल्कि यह एक ऐसा दर्पण है जो हमें हमारे जीवन की दिशा और लक्ष्य की ओर स्पष्ट संकेत करता है। यह ग्रंथ जीवन के जटिल प्रश्नों का समाधान सहजता से प्रदान करता है और भक्तिमार्ग को सरल रूप में प्रस्तुत करता है।
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