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Gita Press

Kisan Aur Gaya (Kisano Ke Liye Shiksha evam Gaya Ki Mahata aur Avashakta) - 821

Kisan Aur Gaya (Kisano Ke Liye Shiksha evam Gaya Ki Mahata aur Avashakta) - 821

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गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित "किसान और गाय" (पुस्तक कोड-821), पूज्य श्री स्वामी रामसुखदास जी महाराज रचित किसानों के लिए शिक्षाप्रद एवं प्रेरणादायी ग्रंथ है। इसमें किसानों के जीवन में परिश्रम, सदाचार और धर्मपालन का महत्व बताते हुए गाय की महत्ता और आवश्यकता का विस्तार से वर्णन किया गया है। ग्रंथ में स्पष्ट किया गया है कि गाय न केवल कृषक जीवन की आधारशिला है बल्कि धर्म, स्वास्थ्य और समृद्धि का भी प्रमुख साधन है। यह पुस्तक किसानों को आत्मनिर्भरता, परिश्रमशीलता तथा गौसेवा के माध्यम से उज्ज्वल और धर्ममय जीवन जीने की प्रेरणा देती है।

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