Skip to product information
1 of 1

Gita Press

Lok-Parlok-Sudhar (Lok-Parlok ka Sudhar Bhag-1) - 353

Lok-Parlok-Sudhar (Lok-Parlok ka Sudhar Bhag-1) - 353

Regular price Rs. 20.00
Regular price Sale price Rs. 20.00
Sale Sold out
Shipping calculated at checkout.

लोक-परलोक सुधार भाग-1 (पुस्तक कोड: 353), गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित एक महत्वपूर्ण धार्मिक पुस्तक है, जिसके लेखक पूज्य श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी हैं। यह पुस्तक जीवन को सद्मार्ग पर चलाने, आत्मिक उन्नति करने तथा लोक और परलोक दोनों को सुधारने की प्रेरणा देती है। इसमें मानव जीवन के उद्देश्य, धर्माचरण, सत्संग, सेवा, संयम, और ईश्वर भक्ति जैसे विषयों को सरल और प्रभावशाली भाषा में प्रस्तुत किया गया है। श्री पोद्दार जी ने इसमें यह समझाने का प्रयास किया है कि लोक (वर्तमान जीवन) में कैसे सदाचरण और धर्म के अनुसार जीवन जीकर परलोक (मरणोपरांत जीवन) को भी मंगलमय बनाया जा सकता है। यह पुस्तक हर पाठक को आत्मचिंतन, आत्मसुधार और आध्यात्मिक जागरूकता की ओर प्रेरित करती है।

View full details