Gita Press
Sandhak Sanjivani (Shrimad Bhagwad Gita, Hindi Tika) - 6
Sandhak Sanjivani (Shrimad Bhagwad Gita, Hindi Tika) - 6
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श्रीमद्भागवद्गीता (साधक संजीवनी, कोड-6) गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित एक अत्यंत महत्वपूर्ण संस्करण है, जिसे स्वामी रामसुखदास जी ने सरल और व्यावहारिक भाषा में लिखा है। इस ग्रंथ में श्रीमद्भागवद्गीता के प्रत्येक श्लोक की विस्तृत और गहन व्याख्या की गई है, जिससे साधक गीता के गूढ़ अर्थों को आसानी से समझ सकें और अपने जीवन में उन्हें आत्मसात कर सकें। स्वामी रामसुखदास जी की यह टीका विद्वत्ता प्रदर्शन की बजाय साधकों के कल्याण के उद्देश्य से लिखी गई है। इसमें शास्त्रार्थ की बजाय करुणा और सरलता से गीता के संदेश को प्रस्तुत किया गया है। यह टीका साधकों के लिए एक सच्चे मार्गदर्शक की तरह कार्य करती है, जो उन्हें आत्मकल्याण की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करती है। यह संस्करण विभिन्न आकारों, भाषाओं और आकर्षक सजावट में उपलब्ध है, जिससे पाठकों को अपनी सुविधा के अनुसार चयन करने का अवसर मिलता है। गीता प्रेस की आधिकारिक वेबसाइट पर यह संस्करण ₹400 की किफायती कीमत पर उपलब्ध है, जिससे यह साधकों के लिए आसानी से सुलभ है।
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