Gita Press
Sant Vani Ank (Kalyan) - 667
Sant Vani Ank (Kalyan) - 667
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संत वाणी अंक (पुस्तक कोड: 667) गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित ‘कल्याण’ पत्रिका का एक विशेषांक है, जिसमें भारतवर्ष के महान संतों की वाणी, उपदेश, और जीवन-दर्शन का भावपूर्ण संग्रह प्रस्तुत किया गया है। इस अंक में संत कबीर, तुलसीदास, मीराबाई, रविदास, नामदेव, एकनाथ, समर्थ रामदास, गुरु नानक, दादूदयाल जैसे अनेक संत-महात्माओं की अमृतमयी वाणी को संकलित किया गया है, जो भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और सदाचार का संदेश देती है। संतों की वाणी न केवल आत्मशुद्धि का साधन है, बल्कि वह जीवन को सही दिशा देने वाली प्रेरणा भी प्रदान करती है। इस अंक की विशेषता यह है कि इसमें संत वचनों के साथ उनका संदर्भ, अर्थ और आध्यात्मिक महत्व भी सरल भाषा में स्पष्ट किया गया है। ‘संत वाणी अंक’ हर उस पाठक के लिए उपयोगी है जो संतमत, भक्ति मार्ग और आध्यात्मिक ज्ञान को अपने जीवन में उतारना चाहता है। यह ग्रंथ मन, वचन और कर्म को शुद्ध कर ईश्वर के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना को जाग्रत करता है।
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