Gita Press
Shri Garg Samhita (Dashkhandatmikam) (Sampurn, Sanuvad) - 2260
Shri Garg Samhita (Dashkhandatmikam) (Sampurn, Sanuvad) - 2260
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श्री गर्ग संहिता (दशखण्डात्मिकम) – सम्पूर्ण, सानुवाद गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित एक अत्यंत पवित्र और प्राचीन ग्रंथ है, जिसका पुस्तक कोड 2260 है। यह ग्रंथ श्री नारद मुनि और श्री गर्ग ऋषि के संवाद के रूप में रचित है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण एवं श्रीराधा जी की दिव्य लीलाओं का भावपूर्ण और विस्तृत वर्णन प्राप्त होता है। इसमें श्रीकृष्ण के प्राकट्य, बाल्यकाल की लीलाएं, गोवर्धन लीला, रासलीला, और ब्रज की अन्य अनेक दिव्य घटनाओं को भक्तिभाव से प्रस्तुत किया गया है। यह ग्रंथ न केवल कथा की दृष्टि से आकर्षक है, बल्कि इसमें भक्ति, श्रद्धा और आत्मिक उन्नति के गूढ़ रहस्यों को सरल भाषा में समझाया गया है। गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित यह सम्पूर्ण सानुवाद संस्करण सामान्य पाठकों के लिए भी सहज रूप से ग्राह्य है और श्रीकृष्ण भक्तों के लिए अत्यंत उपयोगी तथा प्रेरणास्पद है।
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